Smriti Mandhana की क्लास और ऋचा घोष की आतिशी पारी ने भारत को सीरीज में जीत दिलाई।
Smriti Mandhana ने लगातार तीसरा अर्धशतक जड़ा
भारत ने नवी मुंबई में वेस्टइंडीज के खिलाफ रोमांचक सीरीज जीत ली, जिसमें Smriti Mandhana की 47 गेंदों पर 77 रन की शानदार पारी और ऋचा घोष की 21 गेंदों पर 54 रन की विस्फोटक पारी शामिल है। उनके प्रयासों से भारत ने तीसरे T20 मैच में 60 रन की शानदार जीत दर्ज की और सीरीज 2-1 से अपने नाम की।
पुनः उपयोग की गई पिच पर बल्लेबाजी करने उतरी भारत ने मंधाना की शानदार पारी और घोष की आखिरी ओवरों में की गई शानदार बल्लेबाजी की बदौलत 218 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। पूरे मैच में भारी ओस के बावजूद वेस्टइंडीज स्कोरबोर्ड के दबाव में बिखर गया और खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन के कारण पिछड़ गया।
Mandhana की निरंतरता और आक्रामकता
भारत को शुरुआती झटके का सामना करना पड़ा क्योंकि पहले ओवर में उमा छेत्री सस्ते में आउट हो गईं। हालांकि, Mandhana हार मानने के मूड में नहीं थीं और उन्होंने शुरू से ही पलटवार किया। पावरप्ले के दौरान उनके आक्रामक रवैये ने भारत को सिर्फ़ छह ओवर में 61 रन पर पहुंचा दिया। जेमिमा रोड्रिग्स के साथ, जिन्होंने 28 गेंदों पर 39 रन बनाए, दोनों ने 55 गेंदों पर 98 रनों की तेज़ साझेदारी की।
Mandhana के सहज स्ट्रोक प्ले को रोड्रिग्स की लय ने और भी बेहतर बनाया, जिन्होंने ओस से भीगी पिच और वेस्टइंडीज़ की बेतरतीब गेंदबाज़ी का पूरा फ़ायदा उठाया। रोड्रिग्स के आउट होने के बाद भी मंधाना ने राघवी बिष्ट के साथ 44 रनों की एक और महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिससे भारत ने एक बड़ा स्कोर खड़ा किया। हालांकि वह डिएंड्रा डॉटिन की धीमी गेंद पर आउट हो गईं, लेकिन मंधाना की पारी ने एक मज़बूत नींव रखी।
घोष का रिकॉर्ड-तोड़ अंत
Mandhana के आउट होने के बाद, ऋचा घोष ने केंद्र में आकर कई शक्तिशाली शॉट लगाए, जिससे विपक्षी टीम हैरान रह गई। पांच छक्के और तीन चौके लगाते हुए घोष ने मात्र 18 गेंदों पर 50 रन बनाए और भारत के सबसे तेज टी20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक के रिकॉर्ड की बराबरी की। उनके दबदबे ने सुनिश्चित किया कि भारत 200 रन के आंकड़े को पार कर जाए, जबकि बिष्ट ने दूसरे छोर पर लगातार साथ दिया।
वेस्टइंडीज ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 218 रनों का पीछा करते हुए लय हासिल नहीं की। शुरुआती विकेट और पावरप्ले में इरादे की कमी ने लक्ष्य को असंभव बना दिया। हेली मैथ्यूज और डिएंड्रा डॉटिन ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन तेजी नहीं पकड़ पाईं और दोनों ही आवश्यक गति से आउट हो गईं।
हालांकि चिनेल हेनरी ने 16 गेंदों पर 43 रनों की तेज पारी खेलकर अंत में मनोरंजन प्रदान किया, लेकिन बाकी लाइनअप लड़खड़ा गया, जिससे वेस्टइंडीज लक्ष्य से काफी पीछे रह गया।
भारत की ओर से बेहतर गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण
राधा यादव (4-29) की अगुवाई में भारत के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए विविधताओं का उपयोग करते हुए अनुशासित प्रदर्शन किया। क्षेत्ररक्षण चिंता का विषय बना रहा, लेकिन टीम ने महत्वपूर्ण मौकों का फायदा उठाया और सुनिश्चित किया कि वेस्टइंडीज कभी भी जीत की दौड़ में न रहे।
इस शानदार जीत के साथ, भारत ने न केवल श्रृंखला पर कब्ज़ा किया, बल्कि अपनी गहराई और लचीलेपन का भी प्रदर्शन किया, जिससे टी20 प्रारूप में एक उच्च मानक स्थापित हुआ।
संक्षिप्त स्कोर:
- भारत: 20 ओवर में 217/5 (स्मृति मंधाना 77, ऋचा घोष 54; चिनेल हेनरी 1/14)
- वेस्टइंडीज: 20 ओवर में 157/9 (चिनेल हेनरी 43; राधा यादव 4/29)