विक्रम भट्ट की पत्नी Shwetambari न्यायिक हिरासत में

30 करोड़ रुपये के कथित फ्रॉड केस में मेडिकल आधार पर जमानत याचिका खारिज

मुंबई: बॉलीवुड निर्देशक विक्रम भट्ट से जुड़े 30 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। इस केस में उनकी पत्नी Shwetambari को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। साथ ही, स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दायर की गई उनकी अंतरिम जमानत याचिका को भी अदालत ने खारिज कर दिया।

अदालत का सख्त रुख

मेडिकल आधार पर राहत देने से इनकार

उदयपुर की अदालत में सुनवाई के दौरान Shwetambari की ओर से मेडिकल ग्राउंड्स पर अंतरिम जमानत की मांग की गई थी। हालांकि, कोर्ट ने प्रस्तुत दस्तावेजों और जांच की स्थिति को देखते हुए फिलहाल राहत देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, अदालत का यह फैसला इस बात का संकेत है कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और जांच पूरी होने तक आरोपियों को राहत मिलना आसान नहीं होगा।

क्या है 30 करोड़ रुपये का फ्रॉड मामला

फिल्म प्रोजेक्ट के नाम पर निवेश का आरोप

यह पूरा मामला फिल्म निर्माण के नाम पर निवेश से जुड़ा बताया जा रहा है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि एक बायोपिक और अन्य प्रोजेक्ट्स के नाम पर उनसे करीब 30 करोड़ रुपये लिए गए, लेकिन न तो तय प्रोजेक्ट्स पूरे हुए और न ही निवेश की राशि का सही उपयोग किया गया।

पुलिस के अनुसार, इस मामले में धन के लेन-देन, समझौतों और दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि निवेश की गई रकम कहां और कैसे खर्च की गई।

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पुलिस जांच की मौजूदा स्थिति

वित्तीय लेन-देन और दस्तावेजों की जांच जारी

जांच अधिकारियों का कहना है कि यह मामला केवल आपराधिक विश्वासघात तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें वित्तीय अनियमितताओं के कई पहलू शामिल हैं।
पुलिस बैंक ट्रांजैक्शन, प्रोडक्शन से जुड़े कागजात और डिजिटल रिकॉर्ड खंगाल रही है, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि आरोप कितने मजबूत हैं।

विक्रम भट्ट का पक्ष

आरोपों को बताया भ्रामक

इस पूरे विवाद पर विक्रम भट्ट पहले ही आरोपों को भ्रामक और तथ्यहीन बता चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें और उनकी पत्नी Shwetambari को गलत तरीके से फंसाया गया है और वे जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।भट्ट का दावा है कि अदालत में सही तथ्य सामने आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

बॉलीवुड में बढ़ते वित्तीय विवाद

फिल्म फंडिंग पर उठ रहे सवाल

फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों का मानना है कि इस तरह के मामलों से फिल्म फाइनेंसिंग और निवेश प्रक्रिया पर सवाल खड़े होते हैं। हाल के वर्षों में फिल्म निर्माण के नाम पर निवेश से जुड़े कई विवाद सामने आए हैं, जिससे पारदर्शिता और कानूनी ढांचे की जरूरत और अधिक महसूस की जा रही है।

आगे क्या

अगली सुनवाई पर टिकी नजरें

अब इस मामले में अगली कानूनी सुनवाई का इंतजार है। जांच पूरी होने और अदालत में सबूत पेश किए जाने के बाद ही यह तय हो सकेगा कि आरोप किस हद तक साबित होते हैं। फिलहाल, श्वेतांबरी भट्ट न्यायिक हिरासत में रहेंगी, जबकि मामले की जांच जारी है।

निष्कर्ष

विक्रम भट्ट से जुड़े इस हाई-प्रोफाइल फ्रॉड केस में Shwetambari भट्ट की न्यायिक हिरासत और जमानत याचिका का खारिज होना यह दर्शाता है कि मामला गंभीर मोड़ पर पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में अदालत और जांच एजेंसियों की कार्रवाई इस केस की दिशा तय करेगी।

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