Hubballi (कर्नाटक): Hubballi शहर में स्वच्छता को लेकर किए जा रहे तमाम दावों के बीच शहर के प्रमुख प्रवेश मार्ग कुसुगल रोड पर लगातार हो रही अवैध कचरा डंपिंग ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मार्ग न केवल हब्बल्ली को सोलापुर और अन्य महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ता है, बल्कि बाहरी लोगों के लिए शहर की पहली पहचान भी बनता है।
Hubballi शहर में घुसते ही दिख रहा कचरे का अंबार
कुसुगल रोड के दोनों ओर घरेलू कचरा, प्लास्टिक, कपड़े, होटल वेस्ट और निर्माण सामग्री खुले में फेंकी जा रही है। हालात यह हैं कि सड़क किनारे कई जगह कचरे के ढेर स्थायी रूप ले चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार सफाई के बावजूद कुछ ही दिनों में फिर से कचरा जमा हो जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंदगी से यातायात और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित
यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी होने के कारण भारी यातायात दबाव झेलती है। कचरे की वजह से न केवल सड़क की सुंदरता प्रभावित हो रही है, बल्कि दुर्गंध, मच्छरों और आवारा जानवरों की संख्या भी बढ़ रही है। इससे दुर्घटनाओं और बीमारियों का खतरा लगातार बना हुआ है।
स्थानीय निवासियों में गुस्सा, निगम पर लापरवाही का आरोप
आसपास की कॉलोनियों—सुंदर कॉलोनी, संस्कार कॉलोनी और सिद्धगंगा कॉलोनी—के निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर निगम को शिकायतें दीं, लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकला।
स्थानीय नागरिकों के अनुसार,
- कुछ लोग देर रात जानबूझकर यहां कचरा फेंकते हैं
- न तो सीसीटीवी निगरानी है और न ही जुर्माने का डर
- निगम की सफाई टीमें अनियमित रूप से आती हैं
नगर निगम का पक्ष: कार्रवाई का दावा, लेकिन ज़मीनी हालात अलग
Hubballi-धारवाड़ नगर निगम (HDMC) के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पहले भी इस इलाके से कचरा हटाया गया है, लेकिन निर्माण कचरा बार-बार फेंका जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार,
- जल्द ही दोबारा सफाई अभियान चलाया जाएगा
- नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जाएगी
- अवैध डंपिंग रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी
हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बयान पहले भी कई बार दिए जा चुके हैं, लेकिन ज़मीनी सुधार नजर नहीं आता।
क्यों नहीं रुक रही कचरा डंपिंग? जानिए असली वजह
विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के अनुसार समस्या के पीछे कई कारण हैं:
- शहर के बाहरी इलाकों में कचरा संग्रहण व्यवस्था कमजोर
- निर्माण कचरे के लिए अलग डंपिंग ज़ोन की कमी
- जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का अभाव
- नागरिकों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता की कमी
शहर की छवि और पर्यावरण दोनों पर खतरा
कुसुगल रोड पर फैली गंदगी Hubballi की छवि को नुकसान पहुंचा रही है। स्वच्छ भारत अभियान और स्मार्ट सिटी जैसे कार्यक्रमों के बीच इस तरह की स्थिति प्रशासनिक असफलता को दर्शाती है। यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।
समाधान क्या हो सकता है?
शहरी विशेषज्ञों का मानना है कि समस्या के स्थायी समाधान के लिए:
- कचरा फेंकने वालों पर भारी जुर्माना
- सीसीटीवी कैमरों की स्थापना
- निर्माण कचरे के लिए अलग ज़ोन
- नियमित सफाई और नागरिक जागरूकता अभियान
- स्थानीय निवासियों की भागीदारी
जैसे कदम जरूरी हैं।
निष्कर्ष
Hubballi जैसे महत्वपूर्ण शहर के प्रवेश द्वार पर कचरे का ढेर न केवल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि आम नागरिकों के स्वास्थ्य और शहर की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाता है। अब देखना यह है कि नगर निगम केवल बयानबाज़ी करता है या वास्तव में ज़मीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई करता है।