बॉलीवुड निर्देशक Vikram Bhatt को उदयपुर पुलिस ने 30 करोड़ रुपये के कथित IVF फ्रॉड मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई मुंबई और राजस्थान पुलिस की संयुक्त ऑपरेशन टीम ने की। भट्ट पर आरोप है कि उन्होंने एक IVF विशेषज्ञ डॉक्टर को फिल्म निवेश के नाम पर बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
मामला कैसे शुरू हुआ: डॉक्टर से लिए गए करोड़ों, बदले में मिला अधूरा प्रोजेक्ट
शिकायत उदयपुर के जाने-माने IVF विशेषज्ञ और Indira IVF समूह के संस्थापक डॉ. अजय मुरडिया ने दर्ज कराई थी।
उनका आरोप है कि फिल्म निर्देशक ने उन्हें बताया कि उनकी दिवंगत पत्नी के जीवन पर एक बायोपिक बनाई जाएगी, जो बड़े पैमाने पर कमाई कर सकती है। इसी भरोसे पर उन्होंने चरणबद्ध तरीके से लगभग 30 करोड़ रुपये का निवेश किया।
डॉ. मुरडिया का आरोप है कि वादे के मुताबिक फिल्में नहीं बनाईं गईं, बल्कि कम बजट की दो फिल्में बनाकर मामला टाल दिया गया। बाकी प्रोजेक्ट या तो रुके रहे या कभी शुरू ही नहीं हुए।
बड़ी साजिश का दावा: पूरे परिवार और सहयोगियों पर भी केस
एफआईआर में Vikram Bhatt के साथ उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट, बेटी और छह अन्य लोग भी नामजद हैं।
पुलिस के अनुसार, सात दिन पहले निर्देशक के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। गिरफ्तारी मुंबई में उनकी साली के घर से की गई है। अब उन्हें बांद्रा कोर्ट में पेश कर उदयपुर लाया जाएगा।
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Vikram Bhatt की सफाई: एफआईआर गलत और भ्रामक
गिरफ्तारी से पहले दिए एक आधिकारिक बयान में विक्रम भट्ट ने आरोपों को खारिज किया था।
उनका कहना था कि:
- एफआईआर भ्रामक है और पुलिस को गलत जानकारी दी गई है।
- उन्होंने किसी भी निवेशक को ठगने की कोशिश नहीं की।
- फिल्म प्रोजेक्ट्स तकनीकी और वित्तीय दिक्कतों के कारण रुके, धोखाधड़ी के कारण नहीं।
- वे पुलिस को सभी दस्तावेज़ प्रस्तुत करेंगे।
फिल्म निवेश और धोखाधड़ी: एक बड़ा सवाल
यह मामला बॉलीवुड में फिल्म निवेश से जुड़े खतरों को फिर उजागर करता है।
पिछले कुछ वर्षों में प्रोडक्शन हाउस, स्टूडियो और फिल्म डायरेक्टरों पर कई बार निवेशकों को गुमराह करने के आरोप लगे हैं।
विशेषज्ञों की राय
एक फिल्म को शुरू करने से पहले निवेशकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि:
- निवेश अनुबंध पूरी तरह कानूनी हो
- प्रोजेक्ट टाइमलाइन स्पष्ट हो
- लाभांश और रिटर्न का वादा लिखित रूप में दर्ज हो
- ऑडिट और फंड ट्रैकिंग पारदर्शी हो
आगे क्या होगा?
उदयपुर पुलिस अब भट्ट और अन्य आरोपियों से विस्तृत पूछताछ करेगी।
यदि निवेश से जुड़े दस्तावेज़, प्रोजेक्ट फाइलें और लेन-देन रिकॉर्ड आरोपों का समर्थन करते हैं, तो यह मामला बॉलीवुड की सबसे बड़ी आर्थिक धोखाधड़ी में से एक साबित हो सकता है।
वहीं अगर आरोप गलत पाए जाते हैं, तो निर्देशक की प्रतिष्ठा पर लगा दाग कानूनी रूप से हटेगा।
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